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Showing posts from March 16, 2017

आर्गन के तेल के फायदे और नुकसान – Argan Oil Benefits and Side Effects in Hindi

आर्गन ऑयल – “Liquid Gold” (तरल सोना), विश्व भर में अपने अतुलनीय स्वास्थ्यवर्धक गुणों के लिए मशहूर है। सुगन्धित एवं पौष्टिक – आर्गन का तेल विटामिन ए और ई, एंटी-ऑक्सीडेंट, ओमेगा-6 फैटी एसिड, ओमेगा-3 फैटी एसिड और लिनोलेनिक एसिड से समृद्ध है। आर्गन के तेल के बहुमूल्य स्वास्थ्य लाभ की वजह से इसे व्यापक रूप से “चमत्कारी तेल” के नाम से भी जाना जाता है। आर्गन ऑयल आर्गेनिया स्पीनोसा (argania spinosa) नामक एक पेड़, जो मोरक्को में बढ़ता है, उसके नट्स से प्राप्त किया गया है। यह तेल दुनिया भर में व्यापक रूप से नहीं मिलता था। लेकिन हाल की खोजों में इस तेल के अन्य स्वास्थ्य लाभों के कारण यह तेल व्यापक रूप से निर्यात होने लगा है। यह तेल आर्गन फल के गूदे से घिरे हुए सख्त नट में पाई 1-3 गुठली में से निकाला जाता है। यह आर्गन आयल का सबसे मशहूर एवं प्रचलित उपयोग है। आर्गन के तेल में पाए जाने वाला ट्रिटेरपेनोइड्स (triterpenoids) नामक तत्व त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है और त्वचाशोथ (dermatitis), दाग, मुंहासे (pimples), झुर्रियां आदि त्वचा संबधित विकारों का उपचार करता है। यह त्वचा की कोशिकाओ...

चिया के बीज के फायदे – Benefits of Chia Seeds in Hindi

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चिया के बीज एक सूपर फूड माने जाते हैं क्योंकि इनमें सेहत को बेहतर करने वाले बहुत सारे पदार्थ हैं| जैसे की कैल्शियम, मैंगनीज, फाइबर, प्रोटीन, जिंक, फास्फोरस और मैग्नीशियम| इनके बहुत सारे फायदे हैं| चिया के बीज के औषधीय गुण (Benefits of Chia Seeds for Health) सूजन कम करे (Reduce Swelling):-  चिया के बीजों के नियमित सेवन से सूजन की परेशानी दूर होती है। एक गिलास पानी में एक चम्मच चिया के बीजों आधे घंटे के लिए भिगोएं। आधे घंटे बाद बीजों वाला पानी गाढ़े घोल में बदल जाएगा। इस घोल को पीने से पाचन प्रणाली बहुत ही अच्छी होती है। इससे फाइबर की उच्च मात्रा मिलती है। सूजन कम करे (Reduce Swelling):-  चिया के बीजों के नियमित सेवन से सूजन की परेशानी दूर होती है। एक गिलास पानी में एक चम्मच चिया के बीजों आधे घंटे के लिए भिगोएं। आधे घंटे बाद बीजों वाला पानी गाढ़े घोल में बदल जाएगा। इस घोल को पीने से पाचन प्रणाली बहुत ही अच्छी होती है। इससे फाइबर की उच्च मात्रा मिलती है। मोटापा घटाए (Reduced Obesity):-  वजन कम करने या मोटापा घटाने के लिए चिया यानि तुलसी प्रजाति के बीज ...

घर पर बनायें प्रोटीन पाउडर और बनायें बौडी – Body Building using Home made Protein in Hindi

घर पर बनायें प्रोटीन पाउडर और बनायें बौडी – Body Building using Home made Protein in Hindi आज कल हर नौ जवान अपनी  बौडी बनाना  चाहता है जिससे वो जौन अब्राहम जैसा दिख सके| इसके लिए कसरत के साथ साथ प्रोटीन पाउडर भी खाना पड़ता है| लेकिन प्रोटीन पाउडर बहुत महँगा होता है – साथ ही इसके कई नुकसान भी हो सकते हैं| आज हम आपको एकआसान तरीका बतायेंगे जिससे आप घर पर ही प्रोटीन पाउडर बना सकते हैं| यह सस्ता है और साथ ही इसके कोई नुकसान भी नहीं हैं| इसे बनाने का तरीका – १) १ कप  बादाम २) १ कप जई ( ओट्स – Oats) ३) १ कप दूध का पाउडर ४) १/२ कप चिया के बीज इन चारों को लेकर मिक्सी में पीस लें ताकि यह पाउडर बन जाए – लीजिए आपका  प्रोटीन  पाउडर तैयार हो गया| हर दिन इसकी चार (४) चम्मच आप दूध, दही या शेक के साथ पी लें – इससे आपका शरीर भी सुडोल और मुस्कूलर बन जायेगा|

कब, कैसे और क्या खाएँ, जानिए स्वस्थ भोजन के लिए आयुर्वेदिक टिप्स

हर कोई जानता है कि हमारा स्वास्थ्य हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म पर निर्भर करता है। पाचन एक महत्वपूर्ण कारक है जो आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। आप क्या और कैसे खाते हैं, यह आपके स्वास्थ्य और उचित वृद्धि और विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आयुर्वेद ने कुछ खाने के बारे में टिप्स दिए हैं जो आपके स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए योगदान कर सकते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए 11 आयुर्वेदिक सुझाव नीचे दिए गए हैं – 1. भूख लगी हो तभी खाएँ अगर आप केवल तभी खाते हैं जब आपको भूख लगी हो, तो यह आमाशय रस (gastric juice) और शरीर में पाचन एंजाइमों के स्राव में मदद करता है। जब तक आपके शरीर को भूख महसूस ना हो, तब तक ना खाएँ। आपको यह भी सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आप अपनी भूख को ना दबाएं, जब आपको भूख महसूस हो रही हो। 2. नियमित अंतराल पर भोजन करें नियमित अंतराल पर भोजन करना, शरीर के पाचन एंजाइमों को निर्धारित समय पर मुक्त करने में मदद करता है, जिससे यह पाचन को आसान बना देता है। 3. भोजन को ठीक से पचने दें खाद्य पदार्थों का गलत संयोजन अपच का कारण बन सकता है। अगर पहले ख...

अलसी के फायदे और नुकसान – Flaxseed Benefits and Side Effects

अलसी के बीज मनुष्य द्वारा खाये जाने वाले सबसे पुराने खाद्य पदार्थों में से एक हैं। आज अलसी पूरे विश्व में विभिन्न प्रकार के व्यंजनों को बनाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसका अखरोट जैसा स्वाद और सुगंध बहुत सारे लागों द्वारा पसंद किया जाता है। अलसी के बीज की लोकप्रियता के पीछे का कारण इसके पोषक एवं कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने वाले तत्व भी हैं। अलसी के बीज में तीन सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं – ओमेगा -3 फैटी एसिड, लिगनन और म्यूसिलेज। इसके अलावा, अलसी के बीज विटामिन बी 1, प्रोटीन, तांबा, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक और सेलेनियम के साथ-साथ दोनों घुलनशील और अघुलनशील फाइबर से युक्त हैं। अलसी के बीज लस मुक्त भी होते हैं, तो यदि आपको गेहूं से एलर्जी हैं, तो अलसी के बीज आपके लिए एक मूल्यवान विकल्प हैं। अलसी बाज़ार में दो मुख्य रूप से उपलब्ध है – पीले और सुनहरे भूरे रंग। यह आसानी से साबुत, पिसे  हुए, तेल या पूरक के रूप में बाजार में उपलब्ध है। अलसी के दैनिक सेवन से टाइप 2 मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर में सुधार लाया जा सकता है। विज्ञान पब्लिक लाइब्रेरी में प्रकाशि...

मेथी के 16 अमेज़िंग फ़ायदे (16 Amazing Health Benefits of Fenugreek )

मेथी हर रसोई में मिल जाएगी. खाने का फ्लेवर बढ़ाने के साथ ही ये कई बीमारियों को भी दूर रखती है. ठंड के मौसम में मिलने वाले मेथी के पत्तों की सब्ज़ी बनाकर खाएं. स्वाद में भले ही ये थोड़ी कड़वी होती है, मगर सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद है. ख़ासकर महिलाओं के लिए. वैसे स़िर्फ मेथी के पत्ते ही नहीं, मेथी दाना भी सेहत का खज़ाना है. मेथी में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है. * डिलीवरी के बाद महिलाओं को मेथी के लड्डू खाने को कहा जाता है. इससे प्रेग्नेंसी के बाद शरीर मज़बूत बनता है और कमज़ोरी महसूस नहीं होती.  ब्रेस्टफीड करानेवाली महिलाओं के लिए मेथी के पत्तों की सब्ज़ी बहुत फ़ायदेमंद होती है. मेथी कैल्शियम का भी बेहतरीन स्रोत है. * पेट में जलन होने पर मेथी की सूखी पत्तियों और शहद को मिलाकर काढ़ा बनाएं. दिन में दो बार इसे पीने से पेट की जलन से राहत मिलती है. * मेथीदाना को पीस लें और गुड़ में मिलाकर लड्डू बनाएं. ठंड के मौसम में रोज़ाना एक लड्डू खाने से सर्दी-खांसी की समस्या नहीं होगी. * मेथी की सब्ज़ी बनाकर खाएं. इससे डाइजेशन ठीक रहता है. * मेथी बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करके हार्ट डिसीज़ के ख़तरे ...

टेस्टी अंगूर के 14 आश्‍चर्यजनक फ़ायदे (14 Amazing Health Benefits of grapes)

मीठे अंगूर के दाने न स़िर्फ खाने में स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि ये सेहत का खज़ाना भी है. आपको हेल्दी रखने के साथ ही अंगूर आपकी त्वचा और बालों के लिए भी फ़ायदेमंद होता है. इंस्टेंट एनर्जी के लिए भी आप अंगूर का सेवन कर सकते हैं. * ब्रेस्टफीट कराने वाली महिलाओं को रोज़ाना क़रीब 100 ग्राम अंगूर खाना चाहिए. इससे दूध बढ़ता है है. * कब्ज़ की वजह से सिरदर्द, चक्कर जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो इससे राहत के लिए रोज़ाना नियमित रूप से 25 ग्राम अंगूर का रस पीएं. * एसिडिटी होने पर 25-25 ग्राम अंगूर और सौंफ को रातभर 250 मि.ली. पानी में भिगोकर रखें. सुबह उसे मसलकर छान लें. फिर उसमें 10 ग्राम शक्कर मिलाकर पीएं. कुछ दिनों तक नियमित रूप से ऐसा करने से एसिडिटी से राहत मिलेगी. * यदि आपको कमज़ोरी महसूस हो रही है, तो 25 ग्राम अंगूर खाएं और उसके बाद आधा लीटर दूध पीएं. इससे कमज़ोरी दूर होगी. * पेशाब में गर्मी की समस्या होने पर 50 ग्राम काले अंगूर को रातभर ठंडे पानी में भिगोकर रखें. सुबह मसलकर छान लें. फिर इसमें थोड़ा-सा जीरा चूर्ण मिलाकर पीएं. इससे पेशाब की गर्मी दूर होगी. * पत्थरी दूर करने में अंगूर फ़ायदेम...

लहसुन के 12 अमेज़िंग हेल्थ बेनिफिट्स (12 Amazing Health Benefits of Garlic)

एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टेरियल एवं एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर लहसुन खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही सेहत के लिए भी बहुत लाभदायक होता है. रोज़ाना लहसुन खाने से आप कई बीमारियों से बच सकते हैं. * सर्दी-ज़ुकाम होने पर 5-5 मि.ली. लहसुन और तुलसी का रस, 1 टीस्पून सोंठ का चूर्ण और आधा टीस्पून कालीमिर्च का चूर्ण सबको एक साथ मिलाकर आधा लीटर गाय के दूध के साथ सुबह-शाम पीने से थोड़े ही दिनों में फ़ायदा होगा. * लहसुन, शक्कर और सेंधा नमक समान मात्रा में लेकर चटनी की तरह पीस लें. इसमें घी मिलाकर चाटने से पेटदर्द, अपच, पेट की जलन आदि दूर होता है. * लहसुन की कलियों को तेल में पकाकर छान लें. इस तेल की दो-दो बूंद कान में डालने से कान का दर्द शांत हो जाता है. कान पक रहा हो, तो भी यह तेल लाभकारी होता है. * लहसुन को पीसकर रोगी को सुंघाने से हिस्टीरिया की मूर्च्छा दूर हो जाती है. * लहसुन की कलियों को पीसकर रस निकालें. यह रस तीन दिन तक मलने से शारीरिक गर्मी के कारण शरीर पर निकले हुए लाल चकत्ते दूर हो जाते हैं. * लहसुन को पीसकर दूध में पीने से ब्लडप्रेशर में बहुत लाभ होता है या फिर लहसुन, पुदीना, जीरा, ...

इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाने के साथ ही आपको जवां भी बनाए रखता है टमाटर

दाल-सब्ज़ी का स्वाद बढ़ाने वाला लाल टमाटर आपकी त्वचा के लिए भी अच्छा होता है. टमाटर की स्लाइस चेहरे पर रगड़े से त्वचा में कसाव आता है. इतना ही नहीं टमाटर आपको जवां बनाए रखने के साथ ही कई अन्य बीमारियों से भी बचाता है. * एंटीऑक्सीडेंट और प्रोटीन से भरपूर टमाटर सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है. इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है. * टमाटर खाने से भूख बढती है. इसके अलावा ये डाइजेशन सिस्टम और पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं को भी दूर करता है. * टमाटर खाने से पेट साफ़ रहता है और इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है. * टमाटर में पाया जानेवाला लाइकोपीन त्वचा को सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाता है. टमाटर खाने से सनबर्न और टैन स्किन की समस्या भी  दूर होती है. * डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए भी टमाटर खाना बहुत फायदेमंद होता है. डेली एक खीरा और एक टमाटर खाने से डायबिटीज़ पेशेंट को लाभ होता है. * टमाटर आंखों व यूरीन संबंधी बीमारियों के लिए भी फ़ायदेमंद है. टमाटर खाने से लीवर और किडनी की कार्यक्षमता बढ़ाती है. रोज़ाना टमाटर का सूप पीने से लीवर और किडनी को फ़ायदा होता है. * टमाटर जैसी स्किन चाहिए,...

जानिए हेयर फॉल से लेकर हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करनेवाली मूली के 10 फ़ायदे (10 Amazing Health Benefits Of Radish)

आमतौर पर हर घर में सलाद और सब्ज़ी के रूप में खाई जाने वाली मूली सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. मूली खाने न स़िर्फ हेयर फॉल की समस्या ख़त्म हो जाती है, बल्कि ये नर्वस सिस्टम को भी मज़बूत करती है. मूली खाने के और क्या फ़ायदे हैं? आइए, जानते हैं. कैंसर रिस्क  मूली में फॉलिक एसिड, विटामिन सी और एंथोकाइनिन की भरपूर मात्रा होती है, जो कैंसर के रिस्क को कम करते हैं. वहीं इसमें मौजूद विटामिन सी एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करता है. ब्लड प्रेशर मूली में मौजूद कुछ पोषक तत्व हाई ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं. इसमें पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम भी होता है जो शरीर में सोडियम-पोटैशियम के अनुपात को बैलेंस करते हुए ब्लड प्रेशर बिगड़ने नहीं देता. डायबिटीज़ मूली में फाइबर भी होता है. वहीं इसमें मौजूद तत्व इंसुलिन को नियंत्रित करने का काम करते हैं. मूली से शुगर लेवल कंट्रोल रहता है. सर्दी-खांसी यदि आप हमेशा सर्दी-खांसी से परेशान रहते हैं, तो अपनी डेली डायट में मूली शामिल करें. मूली में मौजूद कुछ खास पोषक तत्व कफ ख़त्म करने में सहायक होते हैं. मज़बूत हड्डियां मूली खाने से दां...

सेहत के लिए बेस्ट ब्रोकोली के 10 बेहतरीन फ़ायदे (10 Health Benefits of Broccoli)

फूलगोभी की तरह दिखने वाला ब्रोकोली भले ही आम घरों में बहुत ज़्यादा यूज़ न होता हो, मगर ये हरी सब्ज़ी सेहत से भरपूर होती है. इसे स्टीम या बॉयल करके खाना सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है. ब्रोकोली के फ़ायदे जानकर आप भी इसे अपनी डायट में शामिल ज़रूर करेंगे.    * इसमें आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, क्रोमियम, विटामिन ए और सी पाया जाता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होता है, जो इम्यून सिस्टम  को स्ट्रॉन्ग बनाकर बीमारियों और इंफेक्शन से बचाता है. * ब्रोकोली में क्रोमियम होता है, जो शरीर में इंसुलिन के प्रोडक्शन को कंट्रोल करके डायबिटीज़ से बचाता है. * मज़बूत हड्डियों के लिए ब्रोकोली को अपनी डायट में ज़रूरी शामिल करें. इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और जिंक की भरपूर मात्रा होती  है. बुजुर्गों और प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ब्रोकोली बहुत फ़ायदेमंद होता है. * प्रेग्नेंट महिलाओं को रोज़ाना ब्रोकोली खानी चाहिए. इसमें मौजूद पोषक तत्व बच्चे की सेहत और ग्रोथ में तो मदद करते ही हैं, ये मां को भी  इंफेक्शन से बचाते हैं. * ब्रोकोली खाने से एनीमिया और अल्ज़ाइमर से...

सेहत का खजाना है मूंगफली

ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली:  मूंगफली   सेहत का खजाना  है और खासकर इसे जाड़े का यह बादाम कहा जाता है। मतलब कि एक बादाम जाड़े में जितना फायदा देता है मूंगफली भी सेहत के लिहाज से उनता फायदा देती है। यह वनस्पतिक प्रोटीन का एक सस्ता स्रोत भी हैं। 100 ग्राम कच्ची मूंगफली में 1 लीटर दूध के बराबर प्रोटीन होता है। मूंगफली में प्रोटीन की मात्रा 25 प्रतिशत से भी अधिक होती है। साथ ही मूंगफली पाचन शक्ति बढ़ाने में भी कारगर है। 250 ग्राम भूनी मूंगफली में जितनी मात्रा में खनिज और विटामिन पाए जाते हैं, वो 250 ग्राम मांस से भी प्राप्त नहीं हो सकता है। मूंगफली खाने के ढेरों लाभ है और खासकर जाड़े में तो इसके लाभ और भी बढ़ जाते है। मूंगफली में न्यूहट्रियन्टीस, मिनरल, एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन जैसे पदार्थ पाए जाते हैं, जो सेहत के लिये बहुत ही लाभप्रद साबित होता है। इसमें प्रोटीन, चिकनाई और शर्करा पाई जाती है। एक अंडे के मूल्य के बराबर मूंगफलियों में जितनी प्रोटीन व ऊष्मा होती है, उतनी दूध व अंडे से संयुक्त रूप में भी नहीं होती। मूंगफली के खाने से दूध, बादाम और घी की पूर्ति हो जाती है। एक सर्...